What is Rom

What is Rom : Rom के बारे में जाने पूरी जानकारी हिंदी में ?

 What is Rom :- आज हम फिर से आप सभी के लिए एक आर्टिकल लेकर आये है। जिसके बारे में आप सभी जरूर जानना चाहेंगे। तो आज हम इस आर्टिकल ROM के बारे में बताने वाले हैं। तो के ROM बारे में तो आप जरूर सुना होगा ।

और आप में से बहुत से लोगों को पता भी होगा | कि इसका इस्तेमाल कहाँ और किसलिए किया जाता है। तो जिसे इस सभी बातों को जानकारी नहीं है। तो आप जरूर जान लीजिये | इसके अलावा जिन्हें पता है। वह भी इस आर्टिकल को पढ़ कर कुछ और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तो आईये शुरू करते हैं। ROM kaise kam karta hai


ROM kaise kam karta

1. ROM क्या है।
ROM को Read only memory के नाम से जाता है। जो सिर्फ डाटा को पढ़ने के लिए किया जाता है। यह एक चिप के तरह होता है। जो कंप्यूटर के मदर बोर्ड में लगाया जाता है। तो डाटा को स्थाई यानि पुरे दिन के लिए जमा कर के रखती है।

• ROM एक प्रकार के नॉन वोलेटाईल मेमोरी होती है। मतलब यह कि जैसे कंम्प्युर सिस्टम की जब पॉवर सफलाई बंद हो जाती है। तब ROM जो है। वह अपने में स्टोर किये गये डाटा को नहीं खोता है। ROM वह memory है, जिसमें कंम्प्यूटर के निर्माण के समय कंप्यूटर के चालू करने वाले प्राथमिक प्रोग्राम और सेटिंग होती है। जो कंम्प्यूटर की BOOST करने में मदद करती है।

● Boating कंम्प्युटर को शुरू करने की प्रक्रिया को कहा जाता है। इस मेमारी में स्टोर किये गये प्रोग्राम परिवर्तित और कभी समाप्त नहीं किये जा सकते हैं। उन्हें केवल पढ़ा जा सकता है। इसलिए यह मेमोरी को Read only memory कहलाती है। ROM kaise kam karta hai

● ROM में स्टोर प्रोग्राम जैसे Bios जिसे Basic input output System कहा जाता है। ROM का उपयोग कंप्यूटर
में फॉर्मवेयर्ड सॉफट वेयर को स्टोर करने में भी किया जाता है। फॉर्मपेयर्ड सॉफटवेयर को उस समय इंस्टाल किया जाता है। जिस समय इसके हाई वेयर जैसे-किवोर्ड हार्ड डाईव, विडियो कार्ड, इत्यादि । इसलिए इस सॉफवेयर को हार्डवेयर को चलाने वाला सॉफरवेयर भी कहा जाता हैं। और यही फॉर्मवेयर सॉफटवेयर में इंस्टाल किया जाता है। जिसमें यंत्र को एक-दूसरे के साथ संचार व्यवस्था को जोड़ने के सभी चिजे उपलब्ध रहते हैं।

2. Rom का उपयोग
दोस्तों ROM का उपयोग कंप्यूटर के साथ-साथ अन्य किसी भी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र जैस वाशिंग मशिन, डिजिटल घड़ी, टिवी, विडियो गेम, रोवोट, इत्यादि में भी इसका उपयोग किया जाता है। ROM के अलावा कंप्यूटर में RAM और Secondary memory का भी इस्तेमाल किया जाता है।

3. RAM क्या है।
RAM का मतलब Random access memory कहा जाता है। ये कंप्यूटर के कुछ समय के लिए मेमोरी होती है। क्योंकि कंप्यूटर को बंद करने पर इसमें स्टोर डेटा नष्ट हो जाता है। इसलिए इसे वोलेटाईल मेमेरी भी कहा जाता है। और दोनों मेमोरी कंप्यूटर RAM और ROM के मुख्य मेमोरी होती है। और सेकेण्डरी मेमेरी कम्प्यूटर की बाहर की मेमोरी होती है। सेकेण्डरी मेमेरी भी सेव किया गया डाटा भी पुरे दिन के लिए होती है। सेकेण्डरी मेमेरी की डेटा स्पेस मुख्य मेमोरी की तुलना में बहुत अधिक होती है।

4. ROM कैसे काम करता है।
Rom एक चिप के आकार की होती है। जो कि mother Board और CPU से जुड़ी हुई रहती है। Ram का कार्य स्टोरेज के रूप में किया जाता है। जिसके अंदर हम कुछ भी डेटा का सेव कर सकते है। जैसे- Software, Application, Documents, Audio, और Video files इत्यादि ROM एक लम्बे समय तक सकते है। जिसमें से हम कभी भी डेटा को ऐकसीस कर सकते है। हमारे कंप्यूटर या मोबाइल के Booting प्रोसेस और सिस्टम को चालू करने में हमारी मदद करता है।

ये हमारे कम्प्युटर और मोबाइल का एक महत्त्वपूर्ण भाग है। इसके बिना हम डेटा को स्टोर करके नहीं रख सकते है। जब हम कंप्यूटर या मोबाइल फोन को चालू करते है, तब किसी Software या Application को चलाने के लिए सिस्टम ROM डेटा का ऐकसीस करता है। और फिर RAM के मदद से Application काम करना शुरू कर देता है।

★ हम जितने भी विडोयो, फोटो को डाउनलोड करते है। सभी ROM में सेव होते रहते है।

5. ROM कितने पुकार के होते है।
ROM को उसके Structure , manufacture और data मिटाने के अनुसार तिन भागों में बांटा गया है। (1) PROM (2)EPROM (3) EEPROM

(1) PROM :- इसे Programmable Read only memory कहा जाता है। यह एक memory chip होता है। जिसे OTP यानि की one Time programmable chip भी कहा जाता है। क्योंकि इसमें डेटा को केवल एक बार ही प्रोग्राम किया जा सकता है। इसके बाद इसमें डेटा को खत्म नहीं किया जा सकता है। युजर बाजार से खाली PROM खरीदता है। उसके बाद उसमें जो भी डेटा की सेव करना चाहे वह कर सकता है। इसके बाद इस memory में छोटे-छोटे फयुज होते ही जिनके अंदर प्रोग्राम के जरिये सर्टकसन डाला जाता है। जिस दुवारा अपडेट बिल्कुल भी नहीं किया जा सकता है।

● PROM में स्थाई रूप से डेटा को चालू करने के लिए Programming को Burning मशीन कहा जाता है। और इसके एक विशेष मशीन की आवश्यकता होती है। जिसे PROM burner कहा जाता है। PROM का उपयोग होगा डिजिटल यंत्र में डेटा को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। ROM kaise kam karta hai

(2) EPROM :- इसे Erasable Programmable Read only momery के नाम से जाना जाता है। इस चिप पर स्टोर कि गई सूचना को अलावाइलेट किरण के द्वारा 40 मीनट के लिए प्रकाश को पास किया जाता है। तब जाकर इस मेमोरी को खत्म किया जा सकता है। इस ROM की सबसे अच्छा बात यह है कि हम बहुत आसानी से ईरेज भी कर सकते है। और प्रोग्राम भी कर सकते है। जिसमें डेटा को खत्म करने के बाद फिर, से प्रोग्राम डाले जा सकते है| EPROM सस्ता और सबसे अच्छा होता है। EPROM में कुछ कमी भी है। जैसे- इसमें डाटा को एरेज करने के लिए बिजली की खपत ज्यादा होता है।

(3) Flash memory :- Flash memory यानी EEPROM, EEPROM को Electrically Erasable programmable Read only memory यानि के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार का बिना चेंज वाला मेमोरी है। यानि यह अपरिर्वतन शिल मेमोरी है। क्योंकि इसमें भी डेटा का स्थाई रूप से स्टोर किया जाता है। flash memory को इलेक्ट्रीफल सिगनल यानि बिजली इसके स्थाई डेटा को हटाया जा सकता है। इस प्रकार मेमोरी का इस्तेमाल Digital कैमरा और mp3 Player में होता है।

EEPROM को Hybrid memory भी कहा जाता है। क्योंकि यह RAM के समान डेटा को डिलिट और Ride करने का कार्य करता है। परंतु ROM के समान डेटा का स्टोर करके रखता परतु इससे कभी किसी डाटा को मिटाने के लिए इसको कंम्प्यूटर से बाहर निकाला जाता है। ROM kaise kam karta hai

दोस्तों इस आर्टिकल में हम यह बताने का प्रयास किए हैं की Rom kya है। और इससे जुड़ी हर एक जानकारी आपको बताने का प्रयास किया गया है तो अगर आप सभी को यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इस आर्टिकल को किसी भी और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पे शेयर करने का प्रयास करें और यदि हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकलमें  किसी भी प्रकार का गलती हुआ हो तो आप इसे नीचे कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मौका मिलेगा इसके लिए मैं आप सभी का सदा आभारी रहूंगा।

 

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